Wednesday, 9 October 2013

आचार्य चाणक्य जी ने बताया कौन सा कार्य सिर्फ एक ही बार किया जाता और कौन सा कार्य कितने लोगो के साथ किया जाता .

1-  राजा लोग एक ही बार आज्ञा देते हैं ,पंडितगण और विद्धान लोग एक ही वार बोलते हैं, कन्याएं एक ही वार दी जाती हैं अर्थात कन्यादान एक ही बार दी जाती है ये तीन बातें एक-एक ही बार होती हैं |


2-  तप अकेले से होता है ,पढ़ना ,अध्ययन दो से होता है ,गाना तीन से होता है ,यात्रा चार के द्धारा भली-भांति होती है ,खेती पांच से ठीक प्रकार से होती  है और युद्द वहुतों से भली-भांति होता है |

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