सम्पूर्ण चाणक्य शूत्र हिंदी में.

1-आचार्य चाणक्य जी ने धर्म के बारे में क्या कहा-

2-आचार्य चाणक्य जी ने राज्य की अर्थव्यवस्था के बारे में क्या कहा-

3-आचार्य चाणक्य जी ने इंद्रियों के बारे में क्या कहा-

4-आचार्य चाणक्य जी ने ज्ञान के बारे में क्या कहा-

5-आचार्य चाणक्य जी ने वृद्दो की सेवा करने के बारे में क्या कहा-

6-आचार्य चाणक्य जी ने योग्य शासक बनाने के बारे में क्या कहा-

7-आचार्य चाणक्य जी ने सत्य के बारे में क्या कहा-

8-आचार्य चाणक्य जी ने के नीतिमान लोगों बारे में क्या कहा-

9-आचार्य चाणक्य जी ने शासन की सुव्यवस्था के बारे में क्या कहा-

10-आचार्य चाणक्य जी ने सबसे भयंकर रोष के बारे में क्या कहा-

11-आचार्य चाणक्य जी ने अयोग्य व्यक्ति को राजा बनाने के बारे में क्या कहा-

12-आचार्य चाणक्य जी ने राजा के मंत्री गुणी होने के बारे में क्या कहा-

13-आचार्य चाणक्य जी ने बताया की राजा को प्रबंध सबंधी जटिल समस्याओं का किस प्रकार समाधान करना चाहिए-

14-चाणक्य जी ने बताया कि व्यक्ति की योग्यता-अयोग्यता का पता कैसे करना चाहिए-

15-चाणक्य जी ने बताया कि राजा को अपना मन्त्री किस प्रकार का नियुक्त करना चाहिए-

16-चाणक्य जी ने बताया कि व्यक्ति को अपने कार्य किस प्रकार से करने चाहिए और कार्य किस प्रकार से पूर्ण होते है-

17-चाणक्य जी ने बताया कि किसी भी कार्य के मन्त्र गोपनीयिता बहुत जरुरी अगर मन्त्र गोपनीय नहीं रहा तो क्या होगा जाने -

18-चाणक्य जी ने बताया कि शत्रु पर विजय कैसे पायी जा सकती है-

19-चाणक्य जी ने बताया कि मन्त्र ग्रहण करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना-

20-चाणक्य जी ने बताया कि कौन-कौन से मंत्रणाकर्ताओ के एकमत हो जाने से कार्यसिद्दि निश्चित है-

21-चाणक्य जी ने बताया कि मन्त्र कौन-कौन से लोगो को ही पता होना चाहिए अगर किसी तीसरे व्यक्ति को पता चल जाता तो क्या होता है जाने -

22-चाणक्य जी ने बताया कि कौन से व्यक्ति मित्र कहलाते है-

23-चाणक्य जी ने बताया कि किस प्रकार के मित्र मिलने से शक्ति का संग्रह होता है -

24-चाणक्य जी ने बताया कि मनुष्य का घरेलू महाशत्रु कौन होता है-

25-चाणक्य जी ने बताया कि राजतन्त्र के लिए अतिआवश्यक चार बातें कौन सी बतायी.

26-चाणक्य जी ने बताया कि राष्ट्र कैसे नीतिपरायण रह सकता है -

27-चाणक्य जी ने बताया कि किस नीति के बिना राजतन्त्र अधूरा है-

28-चाणक्य जी ने बताया कि राष्ट्र में अव्यवस्था कैसे फैलती है -

29-चाणक्य जी ने बताया कि किस प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था राष्ट्र के लिए आवश्यक है -

30-चाणक्य जी ने बताया कि सन्धि विग्रह का व्यवहार कौन से राष्ट्रों के साथ होता है-

31-चाणक्य जी ने बताया कि राजा बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए.

32-चाणक्य जी ने बताया कि राष्ट्र और लोग पारस्परिक शत्रु कैसे बन जाते है -

33-चाणक्य जी ने बताया कि राजाओं और व्यक्तियों को अपने दुश्मन के दोस्तों से भी सतर्क रहना चाहिए क्योंकि -

34-चाणक्य जी ने बताया कि शत्रु-मित्र अकारण नहीं होते -

35-चाणक्य जी ने बताया कि अगर कोई राजा निर्बल और नीतिमान है तो वह शक्तिशाली कैसे बन सकता जाने-

36-चाणक्य जी ने बताया कि जब कोई पक्ष दूसरे पक्ष को अधिक तेज देखे और सन्धि करना आवश्यक हो तो उससे सन्धि कैसे करें -


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