Wednesday, 9 October 2013

आचार्य चाणक्य जी ने बताया कि किसके लिए क्या विष है.

1-  बिना अभ्यास के शाश्त्र विष है ,अजीर्ण में ,भोजन के ठीक प्रकार से पचे भोजन बिना करना विष के तुल्य हानिकारक है ,दरिद्र के लिए सभा विष के समान है और वृद्द्पुरुष ,बूढ़े मनुष्य के लिए स्त्री विष है |

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