आचार्य चाणक्य जी ने कहा की किस प्रकार के व्यक्ति को बार-बार जन्म नहीं लेना चाहिए.
1-जिसकेपासधर्म,अर्थ ,काम और मोक्ष - इन चारो पुरुषार्थो
में से एक भी नहीं है ,उसे मनुष्यों में ,मनुष्य योनि में अथवा मर्त्युलोक में जन्म-जन्म में, बार-बार जन्म लेकर केवल मरने का ही लाभ होता है |
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