आचार्य चाणक्य जी ने बताया कि कौन किसका शत्रु होता है.
1-मूर्खोंकेशत्रुपण्डित, विद्धान, निर्धनों ,दरिद्रों के शत्रु
धनिक कुलीन स्त्रियों की शत्रु वेश्याएं तथा सुहागवाली स्त्रियों की शत्रु विधवाएं
होती हैं अथवा कुरूप लोग सुन्दर पुरुषों के शत्रु होते हैं |
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