1-
वेश्याएं धनराहित मनुष्य को , प्रजा पराजित अथवा शक्तिहीन राजा को त्याग देती है | पक्षीगण फलरहित वृक्ष को और अतिथि लोग भोजन करके घर को त्याग देते हैं |
2-
ब्रहामण दक्षिणा लेकर यजमान को
त्याग देते हैं ,शिष्यगण विधा प्राप्त
हो जाने पर गुरु को त्याग देते है और मृग , पशु जले हुए वन को छोड़ देते हैं |
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