आचार्य चाणक्य जी ने बताया कि किसके द्वारा किसका नाश होता.
1-दानदरिद्रताकानाशकाकरनेवालाहै,सुशीलता ,उत्तम गुण-कर्म-स्वभाव दुर्गति=बुरी अवस्था कष्ट ,दुर्भाग्य को नष्ट कर
देता है ,बुद्दि अज्ञान का
विध्वंस=नाश कर देती है ,निष्ठा, ईश्वरभक्ति ,भय का नाश करती है |
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