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किसी राष्ट्र से शत्रुता रखने वाले राष्ट्र परस्पर मित्र बन जाया करते हैं |
भावार्थ- निकट आने वाले
शत्रु राज्य से अगला राज्य जिसकी हमारे शत्रु से शत्रुता रहना स्वभाविक है उस
शत्रु के विरुद्द स्वभाव से ही हमारा मित्र बन जाता है |किसी शत्रु से शत्रुता
करने वाले अनेक राष्ट्रों का परस्पर मित्रता का बन्धन स्वभाविक है |किसी राष्ट्र
से शत्रुता रखने वाले राष्ट्र परस्पर मित्र बन जाया करते हैं |यह राष्ट्रनायकों का
निश्चित स्वभाव माना गया |अतः राजाओं को अपने दुश्मन के दोस्त से भी सतर्क रहना
चाहिए |
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