1- राजा का न होना श्रेष्ठ है परन्तु
दुष्ट राजा का राज्य होना अच्छा नहीं है ,मित्र का न होना उत्तम है किन्तु खोटे ,धोखेबाज मित्र का मित्र होना उत्तम नहीं है ,शिष्य का न होना अच्छा है लेकिन बुरे शिष्य को शिष्य बनाना अच्छा नहीं है ,पत्नी का न होना श्रेष्ठ है परन्तु दुष्ट स्त्री कों पत्नी बनाना उत्तम नहीं
है |
No comments:
Post a Comment