Monday, 21 October 2013

चाणक्य जी ने विद्धानो के बारे में क्या कहा .

विधा से रहित विशाल ,बड़े कुल से मनुष्यों को क्या लाभ है ?नीच कुल में पैदा होने वाला विद्धान विद्धानों द्धारा भी खूब पूजा जाता है ,अत्यधिक आदर और सत्कार पाता है |



1-  संसार में विद्धान ही प्रशंसित होता है ,विद्धान को ही आदर-सम्मान प्राप्त होता है ,उसे ही यश और प्रशंसा मिलती है |विधा से धन-धान्य ,मन ,यश गौरव ,प्रतिष्ठा-सब-कुछ प्राप्त होता है ,विधा ही सब स्थानों पर पूजित होती है |

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