Sunday, 6 October 2013

आचार्य चाणक्य जी ने योग्य शासक बनाने के बारे में क्या कहा.

1-  राज्याभिलाषी लोग विज्ञान प्राप्त करके अपने आपको योग्य शासक बनायें |


भावार्थ - राज्य-कर्मचारी ,राज्य शासन करने वालों के लिए आवश्यक है की वह व्यवहार-कुशलता प्राप्त करने के बाद अपने आपको योग्य शासक बनायें |चतुर शासक बनना ही राजा के लिए शोभनीय है |इसके साथ-साथ शासन विभाग में येसे लोगो का सम्पादन जो अपना पद स्वार्थ ,साधन का मार्ग न बनाकर सेवा-भाव से कार्य करें |महत्वपूर्ण कार्यों में विलम्ब न करें | येसे शासकीय कर्मचारियों के बल पर ही राजा का शासन दीर्घायु प्राप्त करता है |अन्यथा विपरीत होने पर राजा अकाल मृत्यु को प्राप्त होता है |

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