1- राज्याभिलाषी लोग विज्ञान
प्राप्त करके अपने आपको योग्य शासक बनायें |
भावार्थ - राज्य-कर्मचारी
,राज्य शासन करने वालों के लिए आवश्यक है की वह व्यवहार-कुशलता प्राप्त करने के
बाद अपने आपको योग्य शासक बनायें |चतुर शासक बनना ही राजा के लिए शोभनीय है |इसके
साथ-साथ शासन विभाग में येसे लोगो का सम्पादन जो अपना पद स्वार्थ ,साधन का मार्ग न
बनाकर सेवा-भाव से कार्य करें |महत्वपूर्ण कार्यों में विलम्ब न करें | येसे
शासकीय कर्मचारियों के बल पर ही राजा का शासन दीर्घायु प्राप्त करता है |अन्यथा
विपरीत होने पर राजा अकाल मृत्यु को प्राप्त होता है |
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